फिर काट लियो
कभी कोई तो कभी कोई और बहाना
आज मैंने फिर कर जोड़ विनती करी
नेल कट्टर फिर सुस्ताया बोल्या
ससुरी के नाख़ून ही तो है
इतवार है आज, फिर काट लियो!
कभी कोई तो कभी कोई और बहाना
आज मैंने फिर कर जोड़ विनती करी
नेल कट्टर फिर सुस्ताया बोल्या
ससुरी के नाख़ून ही तो है
इतवार है आज, फिर काट लियो!