वरदान
वरदान बरसने से पहिले
पूछ तो लिया करो
भगवान का चाहिए
या शैतान साहिब का?
ज़िन्दगी लोचते हो
यां बंदगी?
गुनाह से पायी ज़िन्दगी
पनाह में बंदगी!
वरदान बरसने से पहिले
पूछ तो लिया करो
भगवान का चाहिए
या शैतान साहिब का?
ज़िन्दगी लोचते हो
यां बंदगी?
गुनाह से पायी ज़िन्दगी
पनाह में बंदगी!