पुकारें
कित्तों के हम
सिर दर्द ठहरे
दर्दनाक पेट में कबज
वो होनहार बड़े बड़े लोग
जो हमरे ना फ़ोन उठावें
ना दस्तक
एसेम्मेस
जाँ ईमेल का
मूँहतोड़ ना मूँहसवार
कोई जवाब देवें।
फिर वो भी गिनती है
जिनको हम भी
जानते हुए
ना जाने
ना पहचाने
जिनके अनेक ख़त्त
अभी भी बंद पड़े
पुकारें
अनसुनि किये हुए।
ਅਜੀਬ ਹੈ।
ਨਸੀਬ ਹੈ।